घूस लेते ही दबोचा गया इंस्पेक्टर, 4 लाख की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में पुलिस की साख पर बड़ा दाग लगाने वाला मामला सामने आया है। विवेचना सेल में तैनात इंस्पेक्टर रमेश सिंह सिंधु को 4 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पुलिस कमिश्नर की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई क्राइम ब्रांच के परिसर में की गई, जहां इंस्पेक्टर को पुलिस ने पहले से बिछाए गए ट्रैप में फँसाया।
पुलिस की वर्दी पर शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। विवेचना सेल में तैनात इंस्पेक्टर रमेश सिंह सिंधु को पुलिस कमिश्नर की टीम ने क्राइम ब्रांच के परिसर से ही 4 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। यह कार्रवाई इतनी सटीक तरीके से की गई कि इंस्पेक्टर को समझ नहीं आया कि जिस “डील” को वह पक्का समझ रहा है, वही उसके करियर का अंत लिख देगी। यह पूरा मामला 3 नवंबर को मेरठ रोड से पकड़ी गई 3.5 करोड़ रुपये की कफ सिरप बरामदगी से जुड़ा है। आरोप है कि इंस्पेक्टर सिंधु ने जमानती को बचाने और मामले को “हल्का” करने के लिए लगातार दबाव बनाकर 4 लाख रुपये की डील सेट की थी। जैसे ही रिश्वत की राशि उसकी कार में रखी गई, उसी समय पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ के निर्देश पर तैयार बैठी टीम ने उसे धर दबोचा। तलाशी में कार से पूरे चार लाख रुपये बरामद हुए। एडीसीपी अपराध पीयूष कुमार सिंह की अगुवाई में की गई इस कार्रवाई ने क्राइम ब्रांच में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस अब रिश्वत देने वाले व्यक्ति की भी तलाश कर रही है, ताकि रिश्वत नेटवर्क की पूरी परतें खुल सकें। सूत्रों का दावा है कि इंस्पेक्टर के फोन रिकॉर्ड और लोकेशन डेटा की भी जांच की जा रही है। पुलिस यह जानना चाहती है कि यह “पहली बार” था या इंस्पेक्टर लंबे समय से इसी तरह दाम लेकर जांच मोड़ता आ रहा था।





